Bichhadna Shayari – यूँ बिछड़ना भी मिरा आसाँ S4S October 28, 2017 Uncategorized Comments यूँ बिछड़ना भी मिरा आसाँ न था उस से मगर जाते जाते उस का वो मुड़ कर दोबारा देखना।