हैसियत तो इतनी हैं की..
जब आंख उठाते हैं तो नवाब भी सलाम ठोकते है..
Category: Aadat Shayari
Aadat Shayari – मुझे आदत नहीं यूँ हर किसी
मुझे आदत नहीं यूँ हर किसी पे मर मिटने की…! .
पर तुझे देख कर दिल ने सोचने तक की मोहलत ना दी…!!
Yaad Shayari – इतनी दूरियां ना बढ़ाओ थोड़ा सा
इतनी दूरियां ना बढ़ाओ थोड़ा सा याद ही कर लिया करो,
कहीं ऐसा ना हो कि तुम-बिन जीने की आदत सी हो जाए…