हमारी मोहब्बत जरूर अधूरी रह गयी होगी पिछले जन्म मे,
वरना इस जन्म की तेरी ख़ामोशी मुझे इतना बेचैन न करती
Category: Bechain Shayari
Bechain Shayari – एक सुकून की तलाश मे
एक सुकून की तलाश मे जाने कितनी बेचैनियां पाल ली,
और लोग कहते है हम बडे हो गए हमने जिंदगी संभाल ली.
Bechain Shayari – चेहरे पर सुकून तो बस
चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का है..
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का है…!..
Bechain Shayari – न करवटे थी न बेचैनियाँ
न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,,
क्या गजब की नीँद थी मोहब्बत से पहले…
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Bechain Shayari – बेचैनी जब भी बढ़ती है
बेचैनी जब भी बढ़ती है धुंए में उड़ा देता हूँ ,
और लोग कहते हैं मैं सिगरेट बहुत पीता हूँ !
Bechain Shayari – बेचैनी भी जहाँ सुकून देने
बेचैनी भी जहाँ सुकून देने लगती है.
आ देख, उस दौर से गुजर रहा हूँ मैं.
Bechain Shayari – सारी रात जागता रहा मै चाँद
सारी रात जागता रहा मै,
चाँद की एक झलक के खातिर…
पर कमबख्त बादलों को तरस भी ना आया,
मेरी बेचैनियों पर…….
Bechain Shayari – मैं अपने मुस्कराहट की आड़
मैं अपने मुस्कराहट की आड़ में अपनी बेचैनी छुपा लेता हूँ,
मुस्कुराहटें सबके साथ बाँटी जा सकती हैं, बेचैनी नहीं…