दर्द भी तुम
दवा भी तुम
इबाबत भी तुम
खुदा भी तुम
चाहा भी तुमको और पाया भी
जुदा भी तुम और साथ भी तुम
Category: Ibadat Shayari
Ibadat Shayari – तेरे बग़ैर इश्क़ हो तो
तेरे बग़ैर इश्क़ हो तो कैसे हो
इबादत के लिए ख़ुदा भी तो ज़रूरी होता है
Ibadat Shayari – हैरान हूँ तेरा इबादत में
हैरान हूँ तेरा इबादत में झुका सर देखकर..,
ऐसा भी क्या हुआ जो खुदा याद आ गया….
Ibadat Shayari – मैं आदत हुँ उसकी वो
मैं आदत हुँ उसकी वो ज़रुरत हैं मेरी,
मैं फरमाईश हुँ उसकी वो इबादत हैं मेरी।
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Ibadat Shayari – दर्द भी तुम दवा भी
दर्द भी तुम दवा भी तुम…..
इबादत भी तुम ख़ुदा भी तुम…
Ibadat Shayari – इश्क़ महसूस करना भी इबादत
इश्क़ महसूस करना भी इबादत से कम नहीं,
ज़रा बताइये, छू कर खुदा को किसी ने देखा हैं?
Ibadat Shayari – मुहब्बत शोर है तो शोर
मुहब्बत शोर है, तो, शोर मत कर
इबादत है अगर, कुछ, और मत कर….
नज़ाकत से, नफ़ासत से, निभाना
ये कच्ची डोर है, तू जोर मत कर ……
Ibadat Shayari – उसकी याद आई हैं साँसों
उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो,
धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता है…
Khwahish Shayari – तेरी ख्वाहिश कर ली तो कौन
तेरी ख्वाहिश कर ली तो कौन सा गुनाह किया,
लोग तो इबादत में सारी कायनात मांगते खुदा से।