उन मस्त निगाहों ने ख़ुद अपना भरम खोला
इंकार के पर्दे में इक़रार नज़र आए
Category: Inkaar Shayari
Inkaar Shayari – डरता हूँ कहने से की
डरता हूँ कहने से की मोहब्बत है तुम से ……!!
की मेरी जिंदगी बदल देगा तेरा इकरार भी और इनकार भी …!!
Inkaar Shayari – जी भर गया है तो
जी भर गया है तो बता दो,
हमें इनकार पसंद है….इंतजार नहीं…!
Inkaar Shayari – आज हम भी एक नेक
आज हम भी एक नेक काम कर आए,
दिल की वसीयत किसी के नाम कर आए,
प्यार हैं उनसे ये जानते हैं वो……,
मज़बूरी थी जो झुकी नज़रों से इनकार कर आए.
Inkaar Shayari – सिर्फ एहसास होता है चाहत
सिर्फ एहसास होता है चाहत मे, इकरार नहीं होता.
दिल से दिल मिलते हैं मोह्हबत में इंकार नहीं होता.
ये कब समझोगे मेरे दोस्तों, दिल को लफजों की जरूरत नहीं होती.
ख़ामोशी सबकुछ कह देती है प्यार में इज़हार नहीं होता
Inkaar Shayari – इंकार जैसी लज्जत इक़रार में
इंकार जैसी लज्जत इक़रार में कहां..
बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब, उसकी नही-नही से..
Inkaar Shayari – बिकता है गम इश्क के
बिकता है गम इश्क के बाज़ार में,
लाखों दर्द छुपे होते हैं एक छोटे से इंकार में,
हो जाओ अगर ज़माने से दुखी,
तो स्वागत है हमारी दोस्ती के दरबार में.
Intezaar Shayari – जी भर गया है तो बता
जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…..
Aankh Shayari – वो शख्स जिसकी आँखों में इंकार
वो शख्स जिसकी आँखों में इंकार के सिवा कुछ भी नही,
ना जाने क्यों उसकी आँखों पे जिंदगी लुटाने को जी चाहता है।।