तुम्हारे पहले भी बहुत सारे सवाल थें
ज़िन्दगी पर, मौत पर हार पर,
जीत पर तुम्हारे आने पर भी सवाल
वही हैं, पर जवाब एक ही है – “तुम”
Category: Jawaab Shayari
Jawaab Shayari – लबों पे अपने कुछ सवाल
लबों पे अपने कुछ सवाल ले आते थे रोज़…
वो इन्हें चूमकर… अक्सर जवाब छोड़ जाया करती थी…
Jawaab Shayari – उलझते जाते है तेरे हर
उलझते जाते है तेरे हर सवाल से ए ज़िन्दगी,
क्यों तुझे ज़वाबों से इतना लगाव सा है।।
Jawaab Shayari – पुछनें से पहले ही सुलझ
पुछनें से पहले ही सुलझ जाती है कई सवालो की गुत्थियां
कुछ आँखे इतनी हाजिर…जवाब होती है
Jawaab Shayari – बस ज़रा स्वाद में कड़वा
बस ज़रा स्वाद में कड़वा है,.
नहीं तो
“सच” का कोई जवाब नहीं…।
Jawaab Shayari – तुमसे दोस्ती करने का हिसाब
तुमसे दोस्ती करने का हिसाब ना आया,
मेरे किसी भी सवाल का जवाब ना आया,
हम तो जागते रहे तुम्हारे ही ख्यालों में,
और तम्हें सो कर भी हमारा ख्वाब ना आया।
Jawaab Shayari – कहाँ से लाऊ हुनर उसे
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का;
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का;
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी;
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का।
Jawaab Shayari – उसके हाथ मेँ थे मेरे
उसके हाथ मेँ थे, मेरे खत के हज़ार टुकङे….!!
मेरे एक सवाल का वो कितने जवाब लाई थी….!!
Jawaab Shayari – हजार लोग हजार बाते.. सवाल एक..
हजार लोग, हजार बाते..
सवाल एक.. जवाब “तुम”..