किसी को नींद आती है मगर ख्वाबों से नफरत है,
किसी को ख्वाब प्यारे हैं मगर वो सो नहीं सकता
Category: Khwab Shayari
Romantic Shayari – माजरा क्या हे ये भी बता
माजरा क्या हे ये भी बता दो !
आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो…
नई हिंदी शायरी – देर रात जब किसी की याद
“देर रात जब किसी की याद सताए,
ठंडी हवा जब जुल्फों को सहलाये.
कर लो आंखे बंद और सो जाओ क्या पता,
जिसका है ख्याल वो खवाबों में आ जाये.”