ज़िंदगी में कुछ ऐसे रास्ते भी आते कभी कभी,
जंहा से गुजरना सिर्फ़ और सिर्फ़ मज़बूरी होती हैं।
Category: Majboori Shayari
Majboori Shayari – आती जाती साँसों सी कट
आती जाती साँसों सी कट रही है ज़िन्दगी
साँस लेना ज़िन्दगी की मज़बूरी हो जैसे!!
Majboori Shayari – तेरी मज़बूरी का अंदाजा है
तेरी मज़बूरी का अंदाजा है मुझे !
पर मेरी बेबसी पर मेरा जोर नही !!
Majboori Shayari – किसी की मजबूरियाँ पे न
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये.
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता.
loading...
Majboori Shayari – यही तो मज़बूरी है यारों
यही तो मज़बूरी है यारों, पत्तों में जेक और लाइफ में ब्रेक लगती है
तब ना इक्का काम आता है ना सिक्का।…
Majboori Shayari – गुजारिश हमारी वह मान न
गुजारिश हमारी, वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी, वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी “हमें पहचान” न सके.
Majboori Shayari – जिंदगी शायद इसी का नाम
जिंदगी शायद इसी का नाम है,
दूरियां मजबूरियां तन्हाइयां ।।
Majboori Shayari – मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से,
वर्ना शौक तो अब भी है बारिशों में भीगने का…
Majboori Shayari – कर दिया कुर्बान खुद को
कर दिया कुर्बान खुद को हमने वफ़ा के नाम पर;
छोड़ गए वो हमको अकेला मजबूरियों के नाम पर।