इतना भी हमसे नाराज़ मत हुआ करो,
बदकिस्मत ज़रूर हैं हम मगर बेवफा नहीं।
Category: Naraaj Shayari
Naraaj Shayari – तु मिल गई है तो
तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा,
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है..!!
Naraaj Shayari – तुमको नाराज ही रहना है
तुमको नाराज ही रहना है तो कोई बात करो,
के चुपचाप रहने से मोहब्बत का गुमान होता है . . !!
Naraaj Shayari – मेरे यूँ चुप रहने से
मेरे यूँ चुप रहने से नाराज ना हो जाना कभी,
दिल से चाहने वाले तो अकसर खामोश ही रहते है..
Naraaj Shayari – दिल मजबूर कर रहा है
दिल मजबूर कर रहा है उनसे बात करने को,
और कम्बखत वो नाराज होके बैठ जाती है…
Naraaj Shayari – मुझे उसकी ये मासुम अदा
मुझे उसकी ये मासुम अदा बहुत भाती है……
नाराज मुझ से होती है और गुस्सा सबको दिखाती है…..
Naraaj Shayari – उदास हूँ पर तुझसे नाराज
उदास हूँ पर तुझसे नाराज नहीं…
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं…
Naraaj Shayari – मंजिल का नाराज होना भी
मंजिल का नाराज होना भी जायज था…,
हम भी तो अजनबी राहों से दिल लगा बैठे थे…!
Naraaj Shayari – मोहब्बत में ज़बरदस्ती अच्छी नही
मोहब्बत में ज़बरदस्ती अच्छी नही होती,
जब आप का दिल चाहे,
तब मेरे हो जाना
हम नाराज़ ज़रूर होते है,पर नफरत नहीं करते…
Naraaj Shayari – नाराजगियों को कुछ दैर चुप
नाराजगियों को कुछ दैर चुप रह कर मिटा लिया करो…
गलतियों पर बात करने से रिश्ते उलझ जाते हैं….