नशा दौलत का हो, या शोहरत का चूर कर देता है।
और नशा अगर मोहब्बत का हो,तो मशहूर कर देता है।।
Category: Nasha Shayari
Nasha Shayari – कभी आवाज में कशिश थी
कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था,
फिर जो तेरा असर होने लगा होश मै खोने लगा ..
Nasha Shayari – जाम तो उनके लिए है जिन्हें
जाम तो उनके लिए है
जिन्हें नशा नहीं होता
हम तो दिनभर “तेरी यादों के
नशे में यूँ ही डूबे रहते है।
Nasha Shayari – वादा करके कहीं आ न
वादा करके कहीं आ न जाना,
सारा नशा तो इंतज़ार का है..
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Nasha Shayari – आदत नशे की नही हमे अगर
आदत नशे की नही हमे,
अगर आप बन जाओ नशा,
शराबी हमसा न होगा कोई…!!
Nasha Shayari – पलको पर रूका है ‘समन्दर’
पलको पर रूका है ‘समन्दर’ खुमार का,,,,
कितना अजब नशा है तेरे ‘इंतजार’ का…!!!
Nasha Shayari – जिक्र तेरा है या कोई
जिक्र तेरा है, या कोई नशा है!
जब-जब होता है, दिल बहक जाता है..
Nasha Shayari – कभी लफ़्ज़ों में कशिश कभी
कभी लफ़्ज़ों में कशिश कभी शायरी में नशा…
हुआ जो तेरा असर अब मुझे होश कहाँ
Nasha Shayari – कोई कहता है प्यार नशा
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है!
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है!
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है
Nasha Shayari – तुम आसपास ना आया करो
तुम आसपास ना आया करो जब मैं शराब पीता हूं..
क्या है कि दुगना नशा संभाला नहीं जाता….