अपने प्यार को देख कर अक्सर ये एहसास होता हे
जो तक़दीर में नहीं होता वही इंसान ख़ास होता हे
Category: Taqdeer Shayari
Taqdeer Shayari – दिल गँवा कर भी मोहब्बत
दिल गँवा कर भी मोहब्बत के मज़े मिल न सके
अपनी खोई हुई तक़दीर पे रोना आया
Taqdeer Shayari – मुस्कुराती आँखों से अफ़साना लिखा
मुस्कुराती आँखों से अफ़साना लिखा था,
शायद आपका मेरी ज़िन्दगी में आना लिखा था
तक़दीर तो देखो मेरेआँसू की उसको भी
तेरी याद मे बह जाना लिखा था.
Taqdeer Shayari – मेरी मोहब्बत की तक़दीर देखो जो
मेरी मोहब्बत की तक़दीर देखो,
जो रूठे थे उनके पैगाम आ रहे हैं,
जब मार डाला मेरी प्यास ने मुझको,
वो आँखों में लेकर जाम आ रहे हैं.
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Taqdeer Shayari – तक़दीर को कुछ इस तरह
तक़दीर को कुछ इस तरह से अपनाया है हमने …
जो नहीँ था तक़दीर में उसको बेपनाह चाहा है हमने !!
Khwahish Shayari – तक़दीर का ही खेल है सब…..पर ख्वाहिशे…समझती
तक़दीर का ही खेल है सब…..पर
ख्वाहिशे…समझती ही नहीं……!!!
Taqdeer Shayari – मैंने तक़दीर पे यक़ीन करना छोड़
मैंने तक़दीर पे यक़ीन करना छोड़ दिया है …!
जब इंसान बदल सकते है तो ये तकदीर क्यो नही….!!