‘पंछी बनूं उड़ता फिरुं मस्त गगन में..आज में आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में’
रसोई में से बीवी की आवाज़ आई: ‘घर में ही उड़ो, सामने वाली मायके गई है।’
‘पंछी बनूं उड़ता फिरुं मस्त गगन में..आज में आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में’
रसोई में से बीवी की आवाज़ आई: ‘घर में ही उड़ो, सामने वाली मायके गई है।’