Jaagna Shayari – ख़ूबसरत है ऑंखें तेरी रात S4S May 24, 2017 Uncategorized Comments ख़ूबसरत है ऑंखें तेरी, रात को जागना छोड दे, ख़ुद ब ख़ुद नींद आ जायेगी, तू मुझे सोचना छोड दे !