Jaan Shayari – चाहत तेरी पहचान है मेरी; मोहब्बत S4S May 24, 2017 Uncategorized Comments चाहत तेरी पहचान है मेरी; मोहब्बत तेरी शान है मेरी; हो के जुदा तुझसे क्या रह पाउँगा; तू तो आखिर जान है मेरी।