Justaju Shayari – न किसी के दिल की S4S May 7, 2017 Uncategorized Comments न किसी के दिल की हूँ आरजू…. न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू…. मैं वो फूल हूँ जो उदास हो… ना बहार आए तो क्या करू …