Kasoor Shayari – बेक़सूर ज़िंदगी इल्ज़ामों से घिरी S4S May 7, 2017 Uncategorized Comments बेक़सूर ज़िंदगी इल्ज़ामों से घिरी रही कसूरवार हँसता रहा मुझ पर ताउम्र …..