Majboori Shayari – गुजारिश हमारी वह मान न S4S March 25, 2017 Uncategorized Comments गुजारिश हमारी, वह मान न सके, मज़बूरी हमारी, वह जान न सके, कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे, जीते जी “हमें पहचान” न सके.