Mausam Shayari – शहर में बिखरी हुई हैं S4S March 25, 2017 Uncategorized Comments शहर में बिखरी हुई हैं, ज़ख्म-ए-दिल की खुशबुएँ.. ऐसा लगता है के दीवानों का मौसम आ गया..