Mohabbat Shayari – मुस्कुराने से शुरु और रुलाने पे S4S August 3, 2016 Uncategorized Comments मुस्कुराने से शुरु और रुलाने पे खतम.. ये वो ज़ुल्म है जिस्से लोग मुहब्बत कहते है .!!