Nazar Shayari – यहाँ भला कौन अपनी मर्ज़ी S4S March 11, 2017 Uncategorized Comments यहाँ भला कौन अपनी मर्ज़ी से जी रहा है सभी इशारे तेरी नज़र से बंधे हुए हैं