ज़िन्दगी नाम को हमारी है
आख़िरी सांस भी तुम्हारी है
तेरी चाहत कहाँ पे ले आयी
तुझसे मिलकर भी बेक़रारी है
ज़िन्दगी नाम को हमारी है
आख़िरी सांस भी तुम्हारी है
तेरी चाहत कहाँ पे ले आयी
तुझसे मिलकर भी बेक़रारी है
हर शाम से तेरा इज़हार किया करते है
हर ख्वाब मे तेरा दीदार किया करते है
दीवाने ही तो है हम तेरे
जो हर वक़्त तेरे मिलने का इंतज़ार किया करतेहै