इक़रार -ऐ-मुहब्बत ऐहदे-ऐ.वफ़ा सब झूठी सच्ची बातें हैं “इक़बाल”
हर शख्स खुदी की मस्ती में बस अपने खातिर जीता है
Tag: wafa par shayari
Wafa Shayari – मेरी किस्मत में है एक
मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना
मेरे चेहरे पे तेरे प्यार का इलज़ाम लिखा है
Wafa Shayari – सोच रहा हूँ की मुझे
सोच रहा हूँ की मुझे वफ़ा करने पर ऐसी सज़ा मिल रही है,
तो उस बेवफ़ा का क्या होगा जिसने मुझे मिट्टी में मिलाया है !!
Wafa Shayari – अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने
अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की
मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई
loading...
Wafa Shayari – तरस खाओ मुझ पर बस
तरस खाओ मुझ पर, बस इतना बताओ हमदम…
तुम्हें वफ़ा नहीं आती, या तुमसे की नहीं जाती…
Wafa Shayari – हम को उन से वफ़ा
हम को उन से वफ़ा की है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है
Wafa Shayari – गुज़र गया दिन अपनी तमाम
गुज़र गया दिन अपनी तमाम रौनके लेकर ….
ज़िन्दगी ने वफ़ा कि तो कल फिर सिलसिले होंगे ….
Wafa Shayari – टूट गए हम तुम्हे चाहते
टूट गए हम तुम्हे चाहते चाहते
अब हमसे वफ़ा की उम्मीद ना करना