9 -11 हमलों के बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति बुश को..
चीन के विदेश विभाग से फोन: हमें बहुत दुःख है. इस हमले में आपकी बहुत सारे गोपनीय दस्तावेज भी नष्ट हो गये होंगे. लेकिन चिंता की को बात नहीं. हम हैं न. आप बस लिस्ट भिजवा दें. हम वैसे के वैसे उपलब्ध करवा देंगे.
मियां मुशर्रफ का फोन: हमें आपको हुई जान-माल की भारी बर्बादी का बेहद रंजो-गम है..
बुश (चौंक कर) : क्या बकवास कर रहे हो.. कैसी जान-माल की बर्बादी? यहाँ तो सब ठीक ठाक है..
.. दरअसल मियां मुशरफ ने ‘टाइमजोन’ की गफलत के चलते हादसे से पहले ही फोन घुमा दिया था 🙂